What is Large Cap ,Mid cap & Small Cap Shares ?
Top Large Stock Shares List 2024
शेयर बाजार में कंपनियों को उनके आकार के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, जिसे उनके मार्केट कैपिटलाइजेशन (बाजार पूंजीकरण) के आधार पर मापा जाता है। मार्केट कैपिटलाइजेशन किसी कंपनी के सभी शेयरों के वर्तमान बाजार मूल्य का कुल योग होता है। इस आधार पर, कंपनियों को तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा जाता है:
1. लार्ज-कैप (बड़ी पूंजी) कंपनियां:
- जिन कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन सबसे अधिक होता है, उन्हें लार्ज-कैप कंपनियां कहा जाता है। आमतौर पर, भारत में इनका मार्केट कैप 20,000 करोड़ रुपये से अधिक होता है।
- ये कंपनियां स्थापित और अच्छी तरह से स्थापित होती हैं, जिनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा होता है और बाजार में मजबूत स्थिति होती है।
- लार्ज-कैप शेयर अपेक्षाकृत कम अस्थिर (वोलेटाइल) होते हैं, यानी उनकी कीमतों में कम उतार-चढ़ाव होता है।
- इन शेयरों से मिलने वाला रिटर्न आम तौर पर कम होता है, लेकिन अपेक्षाकृत स्थिर और भरोसेमंद होता है।
- उदाहरण: Reliance Industries, Tata Consultancy Services, HDFC Bank, Infosys आदि।
2. मिड-कैप (मध्यम पूंजी) कंपनियां:
- इनका मार्केट कैप लार्ज-कैप और स्मॉल-कैप के बीच में होता है, आमतौर पर 5,000 करोड़ रुपये से 20,000 करोड़ रुपये के बीच।
- ये कंपनियां स्थापित तो हो सकती हैं, लेकिन अभी भी विकास की राह पर हैं। इनमें भविष्य में तेजी से बढ़ने की क्षमता होती है।
- मिड-कैप शेयर लार्ज-कैप की तुलना में थोड़े अधिक अस्थिर होते हैं, लेकिन स्मॉल-कैप से कम।
- इन शेयरों से मिलने वाला रिटर्न लार्ज-कैप से अधिक हो सकता है, लेकिन जोखिम भी थोड़ा ज्यादा होता है।
- उदाहरण: Bajaj Finance, Kotak Mahindra Bank, Maruti Suzuki, Asian Paints आदि।
3. स्मॉल-कैप (छोटी पूंजी) कंपनियां:
- इनका मार्केट कैप सबसे कम होता है, आमतौर पर 5,000 करोड़ रुपये से कम।
- ये कंपनियां अपेक्षाकृत नई या तेजी से विकासशील होती हैं। इनमें बहुत तेजी से ऊपर जाने की क्षमता होती है, लेकिन साथ ही नीचे गिरने का जोखिम भी अधिक होता है।
- स्मॉल-कैप शेयर सबसे अधिक अस्थिर होते हैं, यानी उनकी कीमतों में बहुत उतार-चढ़ाव होता है।
- इन शेयरों से मिलने वाला रिटर्न सबसे अधिक हो सकता है, लेकिन जोखिम भी सबसे अधिक होता है।
- उदाहरण: Zomato, Nykaa, Policybazaar, FSN E-Commerce आदि।
सारांश:
आपकी निवेश शैली और जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर आप यह चुन सकते हैं कि आपको लार्ज-कैप, मिड-कैप या स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश करना चाहिए।
- कम जोखिम: लार्ज-कैप
- मध्यम जोखिम: मिड-कैप
- उच्च जोखिम: स्मॉल-कैप
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि कोई भी निवेश पूरी तरह से जोखिम-मुक्त नहीं होता है और आपको हमेशा निवेश करने से पहले अपना शोध करना चाहिए।